जैश की महिला बॉस डॉ. शाहीना शाहिद का चेहरा भी देख लो

साक्षी चतुर्वेदी
साक्षी चतुर्वेदी

दिल्ली के लालकिले के पास हुए धमाके के बाद अब जांच एजेंसियों को बड़ा सुराग मिला है। गिरफ्तार की गई महिला डॉक्टर की पहचान डॉ. शाहीना शाहिद के रूप में हुई है। वह आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग जमात-उल-मोमिनात की भारत प्रमुख बताई जा रही है। उसका चेहरा सामने आ गया है।

कौन है डॉ. शाहीना शाहिद?

डॉ. शाहीना एक उच्च शिक्षित महिला है जिसने फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल में सक्रिय भूमिका निभाई थी।
सूत्रों के मुताबिक, उसे पाकिस्तान से सीधे जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर्स के निर्देश मिलते थे।
उसका काम भारत में महिला सदस्यों की भर्ती करना, स्लीपर सेल तैयार करना और संचार नेटवर्क संभालना था।

पाकिस्तान कनेक्शन – मसूद अजहर की बहन से लिंक

जांच में खुलासा हुआ है कि शाहीना के संपर्क मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर से थे, जो पाकिस्तान में जमात-उल-मोमिनात की चीफ है। सादिया अजहर का पति यूसुफ अजहर, वही आतंकी है जो 1999 के कंधार हाईजैक केस का मास्टरमाइंड था।

इस नेटवर्क के ज़रिए भारत में आतंकी भर्ती और फंडिंग चैनल एक्टिव किए जा रहे थे।

फरीदाबाद मॉड्यूल से मिला सुराग

फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद होने के बाद जांच एजेंसियों ने शाहीना की भूमिका पर शक जताया था। NIA और दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में उसे गिरफ्तार किया गया।

कार से मिले RDX और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ ने इस केस को और गंभीर बना दिया है।

सीसीटीवी फुटेज और जांच अपडेट्स

जिस कार में धमाका हुआ, उसके सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति दिख रहा है। पता चला है कि कार आमिर नामक व्यक्ति ने खरीदी थी, जो मुख्य आरोपी उमर का भाई है। फिलहाल दोनों की तलाश में दिल्ली पुलिस और NIA की टीमें कई राज्यों में छापेमारी कर रही हैं।

आतंकी साजिश की कड़ियाँ जुड़ रही हैं

सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि यह फिदायीन हमले की असफल कोशिश थी। दिल्ली पुलिस का मानना है कि लालकिला जैसे हाई-प्रोफाइल इलाके को निशाना बनाया गया था।

NIA के सूत्रों के मुताबिक, यह मॉड्यूल “इंडिया विंग ऑफ जैश” के रूप में काम कर रहा था, जिसमें महिला रिक्रूटमेंट का जिम्मा शाहीना के पास था।

पीएम मोदी और गृह मंत्रालय की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धमाके पर शोक जताया है और गृह मंत्रालय ने आपात बैठक बुलाई है। बैठक में दिल्ली पुलिस कमिश्नर और NIA के DG मौजूद रहे। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियों को पूरे नेटवर्क की तह तक जाने का निर्देश दिया गया है।

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